

खुले में नमाज पढ़ने का मामला एक बार फिर गरमाता जा रहा है। सेक्टर-37 की जिस जगह पर शुक्रवार को नमाज पढ़ी जानी थी। वहां पर खाड़सा और आस-पास के गांव एवं कुछ हिंदू संगठन के लोगों ने हवन किया।
लोगों का कहना था कि हवन का आयोजन मुंबई में हुए आतंकी हमले में शहीद लोगों की याद में किया गया। यह हवन वह हर बार करते हैं, इस बार खाड़सा गांव में किया जा रहा है। दूसरी ओर हवन करता देख नमाज पढ़ने आये लोग वापस लौट गए। बाद में हाजी शहजाद के साथ 25 लोगों ने वहां पर नमाज पढ़ी। जब वह नमाज पढ़ रहे थे कुछ लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाए।
आरोप है कि पहले तो वहां पर नमाज पढ़ने वालों को अंदर नहीं घुसने दिया गया। बाद में हाजी शहजाद के पहुंचने पर लोगों ने वहां पर एक किनारे जा कर नमाज पढ़ी। इस दौरान पहले से तैनात पुलिस मूक बनी नजर आयी। इस दौरान वहां पर जय भारत माता वाहिनी के संस्थापक दिनेश ठाकुर भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि वह खुले में नमाज का विरोध करते हैं।
वहीं, हाजी शहजाद ने कहा कि जब प्रशासन ने इस स्थान पर नमाज पढ़ने की अनुमति दे रखी है और मुस्लिम समाज कई वर्षों से नमाज पढ़ता है आ रहा है तो गुरुग्राम का माहौल क्यों खराब किया जा रहा है। दूसरी ओर सिरहौल के पार्क में नमाज नहीं हुई। मानवता संगठन की ओर से एक दिन पहले ही बैठक कर यहां पर नमाज न पढ़ने का फैसला किया गया था।
कुछ लोग बीते तीन माह से जुमे की नमाज में खलल पैदा कर रहे हैं। यह संविधान के आर्टिकिल 25 के खिलाफ है। प्रशासन को ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कनी चाहिए।
-अल्ताफ अहमद, मुस्लिम एकता मंच, गुरुग्राम
खुले में नमाज पढ़ने का विरोध पहले से चल रहा है। उनके संगठन का प्रमुख एजेंडा है। यहां पर विरोध के लिए वह पहुंचेंगे। इस बात की जानकारी प्रशासन को उनकी ओर से पहले से ही दी गई थी। – दिनेश ठाकुर, संस्थापक जय भारत माता वाहिनी, गुरुग्राम।
प्रशासन की ओर से बताई गई जगह पर उन्हें नाज पढ़ने नहीं दिया जा रहा है। नमाज पढ़ने के दौरान इस तरह की हरकत की जा रही है। प्रशासन इनके खिलाफ कार्रवाई करें।
– हाजी शहजाद, गुरुग्राम।
प्रशासन की ओर से तय स्थान पर शुक्रवार को नमाज पढ़ी गई है। वहां पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात था। अगर किसी ने कोई गलत कदम उठाया है। तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. यश गर्ग, उपायुक्त।
गुरुद्वारा में तनाव का रहा माहौल कोई नहीं पढ़ने आया नमाज
गुरुद्वारे पर नमाज पढ़ने के लिए कोई नहीं आया। मुस्लिम समाज के लोगों की ओर से पहले ही यहां पर नमाज के लिए आने से मना किया गया था। गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष की ओर से मुस्लिम समाज के लोगों को नमाज के लिए आमंत्रित किया गया था। जिसके बाद उनकी ओर से कहा गया था कि उनकी मस्जिद पास में है। वह उनकी ओर से दिये गए संदेश का स्वागत करते हैं। दिल्ली के रहने वाले सरदार राजीव रंजन अपने साथियों के साथ सुबह ही गुरुद्वारा आ गए थे। उनका कहना था कि वह सिख धर्म के अनुसार यहां पर नमाज नहीं होने देंगे।
Credit Source – https://www.amarujala.com/delhi-ncr/gurgaon/gurugram-havan-on-one-side-and-namaz-on-the-other-side-tension-in-sector-37?utm_source=rssfeed&utm_medium=Referral&utm_campaign=rssfeed